बगेर महंगी दवाइयों के कोरोना संक्रमितों को किया स्वस्थ,करिश्माई चिकिसक है डॉ मार्कुस डामर


डॉ.उमेशचंद्र शर्मा(प्रधान संपादक)
निरंजन भारद्वाज(संपादक)

अरण्यपथ न्यूज़ नेटवर्क म.प्र /छ.ग 
देश और प्रदेश में एक तरफ़ जहाँ कोरोना के नाम पर कई नामी  सँस्थानों में लाभ कमाने हेतु ऑफर तफरी मची हुई है और कई चिकित्सा संस्थानों  में बीमार द्वारा बड़ी धन राशि खर्च करने के बाद भी बीमार के परिजनों को दवाइयों एवम आक्सीजन हेतु कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है और इन्ही विषम परिस्थितियों से बीमार रोजाना दो चार हो रहा है,तथा इस महामारी या आपदा को जहां एक अवसर के रूप में भुनाया जा रहा है,वहीं दूसरी तरफ जिले के थांदला में एक कोविड सेंटर ऐसा भी है जहाँ नाम मात्र के ख़र्च पर ही गम्भीर कोरोना संक्रमितों की चिकित्सा की जा रही है।जानकारी अनुसार 21 अप्रेल को करिश्माई शल्य चिकित्सक डॉ.मार्कुस डामर के निदेशकत्व मे कोविड केयर सेंटर के रूप में शुरू किये गए इस सेवा संस्थान से इस अल्प अवधि में ही गम्भीर बीमारियों से ग्रस्त ओर  कोरोना से संक्रमित 14 मरीज़ो को स्वस्थ किया जाकर उनके घर भेजा जा चुका हैं।इस सम्बन्ध में अरण्यपथ न्यूज़ नेेटवर्क के प्रधान संपादक से बात करते हुए डॉ.मार्कुस डामर ने कहा कि "झाबुआ जिला कलेक्टर सोमेश मिश्रा ने जिले में कार्यरत निजी सेवा संस्थानों से कोरोना से जंग में जिला प्रशासन के सहयोग का आव्हान किया था,मेरे मन मे भी अपने क्षेत्र के लोगो की इन विषम परिस्थितियों में सहयोग और सेवा की कामना थी इसलिए मैने अपने सहयोगी डॉ.विवेक नागर एवम अन्य स्टाफ की सहायता से उक्त सेवा संस्थान का आरम्भ किया। महामारी के इस विषम काल मे कोई लाभ अर्जित करने की भावना तो थी नही,सो हमने निर्णय किया कि नाम मात्र के खर्च में कोरोना सकर्मितो को स्वस्थ कर उनके घर भेजेंगे,इसी उद्देश्य को सामने रखकर मैं और मेरा स्टाफ अपने कर्तव्य को अंजाम दे रहा है।"डामर ने बताया कि"जिले के ही ग्राम रन्नी के रहने वाले उमाशंकर नामक कोरोना संक्रमण से ग्रस्त व्यक्ति हमारे सेंटर में इलाज हेतु एडमिट हुुुए थे,जिनके 80 प्रतिशत फेफड़े कोरोना से प्रभावित हो चुके थे,आज वह भी पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर गए है।यह हमारे लिए बहुत सुकून की बात है। डामर ने बताया कि इस मरीज का बेटा कर्नाटक में M B B S  की पढ़ाई कर रहा है।"उन्होंने यह भी कहा कि आवश्यकता पड़ने पर जिला प्रशासन द्वारा पर्याप्त मात्रा मे आक्सीजन मुहैया कराई जा रही है।प्राप्त जानकारी के अनुसार जिले में कोरोना महामारी  की भयावह स्थिति को देखते हूए बारह दिन पूर्व ही स्थानिय मेट्रो स्कूल परिसर में अस्थाई रूप से स्थानिय आशा नर्सिंग होम द्वारा आशा कोविड केयर सेंटर प्रारम्भ किया गया।जहाॅं पर रेपिड टेस्ट से लेकर गम्भीर मरीजों को उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है तथा कोविड केयर सेंटर में अपने प्रथम दिवस 21 अप्रेल को ही बीस बेड की क्षमता में दस बेड पर मरीज भर्ती हूए। जिन्है सतत चिकित्सकीय उपचार डाॅ मारकुस डामर व डाॅ विवेक नागर के द्वारा प्रदान किया गया।कोविड सेंटर पर ऐसे मरीज उपचार हेतू आए जिनका सीटी स्कोर 6 से लगाकर 16 तक था जिन्हे आक्सिजन लेवल भी 82 से 92 थे साथ ही बीपी,सुगर से लेकर अन्य भी बिमारीयों से ग्रसित थे।ऐसे गम्भीर मरीजों को बीना रेमेडीसिवीर का उपयोग किये सतत चौबीस घंटे की निगरानी में उपचार प्रदान किया गया।आवश्यक्ता पडने पर आक्सिजन प्रदान किया गया।अपने तेरहवे दिन ही14 मरीज स्वस्थ होकर अपने घर को प्रसन्न अवस्था में लौटे। उल्लेखनीय है कि उक्त दोनों चिकित्सक झाबुआ जिलेेे के थांदला क्षेत्र के ही है।आज इस सेंटर के चिकित्सक गण एवं नर्सिंग स्टाॅफ ने स्वस्थ होकर अपने घर लोट रहे मरिजों को उज्जवल व आरोग्यवान जीवन की मंगलकामनाओं के साथ डाॅक्टर व नर्सिंग स्टाॅफ ने फुलो से स्वागत कर किया विदा।


                        

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