डॉ.उमेशचंद्र शर्मा(प्रधान संपादक)
निरंजन भारद्वाज(संपादक)
झाबुआ ~[अरण्यपथ न्यूज़ नेटवर्क म.प्र/छ.ग]~ स्वदेेशी जागरण मंच की प्रेरणा से तीन दिवसीय ऑनलाईन वेबिनार का राष्ट्रीय स्तर पर आयोजन किया जा रहा है। जिसके प्रथम दिन 23 सितंबर, गुरूवार को अर्थ चिंतन मुद्दे पर आयोजित कार्यक्रम में विभिन्न केंदीय मंत्रियों, नीति आयोग के उपाध्यक्ष सहित देशभर के विद्वानजनांे ने भाग लिया।कार्यक्रम का प्रारंभ करते हुए एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटी की महामंत्री श्रीमती पंकज मित्तल ने आने वाले समय में गांवों से भारी मात्रा में शहरों की ओर पलायन से उत्पन्न होन वाली चुनौतियों की तरफ ध्यान दिलवाया।
,,,स्वदेशी शोध संस्थान,,,
कार्यक्रम के मुख्य आयोजक प्रो.भगवती प्रकाश शर्मा ने भारत की कृषि, एमएसएमई, प्राकृतिक संसाधन, युवा शक्ति और उसकी उद्यमिता आदि मुद्दों पर बात की। कार्यक्रम में केंद्रीय श्रम एवं रोजगार तथा पर्यावरण मंत्री भूपेन्द्र यादव ने बताया कि देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की पहल पर पर्यावरण के पेरिस समझौते की प्रस्तावना में
‘‘माता पृथ्वी’’ शब्द डाला गया। आज लाईफ बनाम लाईफ स्टाईल के द्वंद्व का विष्व सामना कर रहा है। केंद्रीय मंत्री श्री यादव ने कहा कि आज
,,,पर्यावरण चुनोती,,,
हमे पर्यावरण चुनौती से निपटने के लिए ग्रीन एनर्जी पर जाना होगा। भूमि के मरूस्थलीकरण को रोकना होगा तथा भूमि को वापस उर्वरा बनाना होगा। मुख्य अतिथि केंद्रीय सडक परिवहन मंत्री नीतिन गडकरी ने कहा कि आज कृषि को बहुउपयोगी बनाने की जरूरत है। सीरीक्लचर से ऑगैनिक साड़ी, कॉलीन, आर्गेनिक कॉटन, बांस से गृह निर्माण सामग्री, खाद्य पदार्थ को प्रोत्साहन देने की जरूरत है।
,,,पशुपालन के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं,,,
नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ.राजीवकुमार ने कहा कि पर्यावरण चुनौतियों से निपटने के लिए हमारे पास अब केवल 15 वर्ष ही बचे है, इHis participation from Jhabua district,,,सलिए तेजी से इस क्षेत्र में कार्य करना होगा, अन्यथा समुद्र तल इतना बढ़ जाएगा कि बांग्लादेश जैसे देश तो डूब ही जाएंगे और देश की तटिय आबादी को भी भारी संकट का सामना करना पड़ेगा। अमूल के प्रंबध निदेशक आरएस सोढ़ी ने पशुपालन के क्षेत्र में वर्ष के 365 दिन कम लागत में रोजगार असीम संभावनाएं बताई। आईएसआईडी के निदेशक प्रो. नागेशकुमार ने भी कार्यक्रम में अपने अमूल्य विचार रखे। कार्यक्रम के दौरान देश-विदेश से भारी मात्रा में बड़ी स्क्रीन लगाकर स्वदेशी जागरण मंच के पदाधिकारी-कार्यकर्ताओं, प्रबुद्ध नागरिकों ने उक्त कार्यक्रम को देखा और अपने सुझाव भी दिए तथा प्रष्न भी पूछे।
,,झाबुआ जिले से इनकी रहीं सहभागिता,,,
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