सहकार भारती का सातवा राष्ट्रीय अधिवेशन लखनऊ मे आयोजित किया गया


डॉ.उमेशचंद्र शर्मा(प्रधान संपादक)
निरंजन भारद्वाज(संपादक)

थांदला ~[अरण्यपथ न्यूज़ नेटवर्क म.प्र/छ.ग]~ देश के पहले सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सहकारिता के जरिये ही देश के समग्र विकास और आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना साकार हो सकती है। उन्होंने कहा कि सहकारिता आंदोलन को पूरे देश में फैलाने के लिए केंद्र सरकार जल्द एक सहकारिता नीति लागू करेगी। उन्होंने कहा कि प्राथमिक कृषि सहकारी समितियां सहकारिता की आत्मा है, केंद्र सरकार इन्हें कंप्यूटरीकृत कर जिला सहकारी बैंक, राज्य सहकारी बैंक और नाबार्ड से जोड़ेगी। शुक्रवार को राजधानी लखनऊ स्थित राजकीय पालीटेक्निक में आयोजित सहकार भारती के सातवें राष्ट्रीय अधिवेशन में अमित शाह ने कहा कि सहकार भारती को संगठन की गतिविधियों का विस्तार करते हुए ऐसी व्यवस्था विकसित करनी चाहिए ताकि आगामी 10-15 साल में देश के प्रत्येक गांव में सहकारिता की एक शाखा अवश्य हो। उन्होंने कहा कि अब सहकारिता के साथ दोयम दर्जे का व्यवहार नहीं होगा।सहकार भारती का सातवा राष्ट्रीय अधिवेशन लखनऊ मे 17 18 19 दिसंबर को आयोजित किया गया जिसमें प्रथम दिन राष्ट्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदिनाथ योगी का मार्गदर्शन सहकारिता को लेकर मिला दूसरे दिन भैया जोशी पूर्व सरकायवाह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने विचार रखे और कहां बिन संस्कार नहीं सहकार बिन सहकार नहीं उद्धार और सहकारिता के माध्यम से दीन दुखियों का उद्धार करना यह लक्ष्य सहकारिता का है लक्ष्मण राव इनामदार स्मृति के बारे में बताया गया तीसरे दिन संगोष्ठी की बैठक हुई आगे सहकारिता संपूर्ण समाज में जाएंगे और दीन दुखियों को लाभ दिलाएंगे।यही संकल्प लेकर अधिवेशन संपन्न हुआ इस अधिवेशन में संपूर्ण राज्य के सहकारिता के कार्यकर्ता उपस्थित रहे जिसमें 4000 से अधिक कार्यकर्ता इसमें सम्मिलित हुए जिसमें झाबुआ जिले के विपणन संस्था के प्रदेश संयोजक संजय श्रीवास सहकार भारती के प्रदेश सदस्य व जिला अध्यक्ष गणेश प्रजापत सहकार भारती के जिला महामंत्री दिलीप डामोर सहकार भारती के उपाध्यक्ष सागरमल  जैन आदि उपस्थित रहे

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