बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर विभिन्न सामाजिक संगठन द्वारा माल्यार्पण किया।


डॉ.उमेशचंद्र शर्मा(प्रधान संपादक)
निरंजन भारद्वाज(संपादक)
एसटी एवं एससी समाज ने संयुक्त रूप से निकाली रैली,तीखी इमली पहुच कर बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर की मूर्ति पर किया माल्यार्पण। 

आदिवासी समाज ने सौंदर्य करण एवं नवीन मूर्ति को स्थापित करने पर जिला प्रशासन एवं नपा परिषद का माना आभार।
आलीराजपुर~[ मनीष अरोडा अरण्यपथ न्यूज] ~भारतीय संविधान के शिल्पकार,आधुनिक राष्ट्र निर्माता,पीड़ित मानवता के मसीहा,विश्व के ज्ञान दीप,सिम्बल आफ नोलेज,चैंपियन आफ सोशल जस्टिस,भारत रत्न,बोधिसत्व,बाबा साहब डॉ भीमराव अम्बेडकर  की 131वीं जन्म जयंती पर एसटी एवं एससी समाज तथा विभिन्न सामाजिक संगठन,अनुसूचित जाति एवं जन जनजाति अधिकारी-कर्मचारी संगठन (अजाक्स),आदिवासी कर्मचारी - अधिकारी संगठन (आकास), आदिवासी कोटवाल समाज,जय आदिवासी युवा शक्ति (जयस),आदिवासी छात्र संघ (एसीएस),खेडुत मजदूर संघ ने स्थानीय टंट्या भील चौराहा अलीराजपुर से परम्परागत वाद्य यंत्र मांदल, ढोलकिया फेपरी बजाते हुये नाश्ते- गाते, जय भीम के नारे लगाते हुए रैली बाजार के मुख्य मार्ग,बस स्टैंड होते हुये तीखी ईमली पहुचकर बाबा साहब की स्टेच्यू पर माल्यार्पण किया गया।जहाँ पर पूजा अर्चना कर बाबा साहब के बताये सिद्धांतो एवं मार्ग पर चलने का संकल्प लिया गया।सभा को संबोधित करते हुये कोटवाल समाज के भूरसिंह परिहार ने कहा कि संविधान में महिलायें, दलित,पिछड़े,गरीब-निर्धन आदिवासीयों को हक़-अधिकार देकर जीव-जन्तु सहित मनुष्य का संरक्षण प्रदान किया गया है। आज देश संविधान से चलता है, जिसका हम सभी को सम्मान करना चाहिए।आदिवासी समाज के सामाजिक कार्यकर्ता एवं खेडुत मजदूर संघ के शंकर भाई ने कहा कि संविधान में समानता का अधिकार होने के बाद भी मध्यप्रदेश में अति निर्धन आदिवासी धानुक एवं आदिवासी नायकडा समाज को पिछड़ा वर्ग और आदिवासी कोटवाल समाज को एससी वर्ग में रखा गया है।जब कि हजारों वर्षों में ग्रामीण भाई जंगलों में रह कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं, इनकी संस्कृति,रीति रिवाज,परम्परा आदिवासियत ही है,जबकि इस वर्ग को अन्य राज्यों में अनुसूचित जन जाति वर्ग में रखा गया है।इस ओर समाज एवं समाज के जनप्रतिनिधि को विशेष कर प्रयास करना चाहिए। आज के समय में सभी को बाबा साहब के आदर्श एवं संविधान को पढ़ने की जरूरत है।देश की जनता का भविष्य संविधान में ही है।आकास संगठन के जिला अध्यक्ष भंगुसिंह तोमर ने जिला प्रशासन एवं नगरपालिका परिषद का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के द्वारा आवेदन ज्ञापन देकर लंबे समय से बाबा साहब डॉ भीमराव अंबेडकर जी की मूर्ति स्थल के सौन्दर्य करण एवं नवीन मूर्ति स्थापना की मांग की जा रही थी। नवीन मूर्ति स्थापना एवं अनावरण होने पर खुशी जाहिर करते हुए नपा अध्यक्ष रितेश भाई डावर एवं पार्षद आंनद सोलंकी को धन्यवाद ज्ञापित किया गया,ओर मौके पर उपस्थित पार्षद आनंद भाई सोलंकी को फूलमाला पहना कर स्वागत कर सम्मानित किया गया।प्रताप परमार,जयस के मुकेश रावत,विक्रम सिंह चौहान,अरविंद कनेश आदि ने भी कर्यक्रम को संबोधित किया।कार्यक्रम का संचालन अजाक्स के जिला उपाध्यक्ष रतनसिंह रावत ने किया और आभार मुन्ना चौहान ने माना।इस अवसर पर सुरेंद्र सिंह चौहान, संतोष सोलंकी,नवलसिंह मण्डलोई,मालसिंह तोमर, नानपुर,विरेन्द्र सिंह बघेल जोबट,बंसन्त अजनार भाबरा, विक्रम बामनिया चाँदपुर,मुकेश सोलंकी,सुरेश तोमर, रमेश भयडिया,देवसिंग मण्डलोई, प्रदीप किराड़, सरदारसिंह भंवर, भुरू मण्डलोई,सुरेश चौहान,आदि आदिवासी समाज एवं एससी समाज के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारी,युवा,छात्र,किसान,
मजदूर,कर्मचारी-अधिकारी आदि उपस्थित रहे।


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