अनायास बारीश ने किसानो के मुंह उजले किए और विवाह आयोजक कि फजीयत


डॉ.उमेशचंद्र शर्मा (प्रधान संपादक)
निरंजन भारद्वाज (संपादक)
शंकर राठौर की रिपोर्ट
10 दिसंबर को मोसम परिवर्तन को लेकर किसानों के चेहरे पर प्रसन्नता देखी गई तो शादी आयोजक परिवार में चिंता 11 नवंबर कि रात से आसमानी बंदों के साथ प्रात से छमाछम बौछारें के देर रात तक बारीश जारी रही।बारिश को लेकर ग्राम पंचायत खिलेगी के संरपच प्रेमनारायण पाटीदार ग्राम पंचायत कलोरा के पुर्व संरपच गिरधारी लाल मैकेनिक ने प्रसन्नता व्यक्त कर कहा किसानों पर भगवान कि मेहरबानी हो गई गेहूं के लिए फायदा हुआ मटर में हानी हो सकती है परन्तु क्षैत्र में गेहूं का रकबा ज्यादा है मटर का कम बाकी अन्य किसानों ने भगवान का धन्यवाद अदा किया है। बारिश को लेकर शादी आयोजक परिवार को फजियत का सामना करना पड़ा । दुल्हा-दुल्हन का नहीं हो सका बाना आयोजन आशीर्वाद दाता मंच से नहीं दे सके वर वधू को आशीर्वाद आयोजन स्थल पर पर बेंडबाजो कि शहनाई आमंत्रित इष्ट,मित्र,रिश्तेदार के साथ साथ आगंतुकों की कम उपस्थिति से भोजन बचा।कोराना संक्रमण के प्रतिबंधित नियमों के प्रति जागरूक किया इंद्र देव ने। बारिश के कारण शोसल डिस्टेंस में रहे लोग नगर में बारीश कि शितलता के शांति बनी रही।ठंड के प्रभाव से स्वेटर कोड जाकेट का इस्तेमाल किया नागरिकों ने और अपने दैनिक कार्य निपटाये।आने वाले दिनों में शादी आयोजकों से बेंड घोड़ी टेन्ट मजदूरों हलवाई की देन में विवाद के मामले सामने आ सकते हैं।

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