बामनिया गोलीकांड की गुत्थी को झाबुआ पुलिस ने सुलझाया बेटे-बहु ने भाई के साथ दिया था घटना को अंजाम


डॉ.उमेशचंद्र शर्मा(प्रधान संपादक)
निरंजन भारद्वाज(संपादक)
झाबुआ(अरण्यपथ न्यूज़ नेटवर्क म.प्र/छ.ग)
घटना मंगलवार को सुबह 8:30 बजे फरियादी चंदु की पत्नी नर्मदा पति चंदु कहार उम्र 45 वर्ष निवासी बामनिया अमरगढ़ रोड़ अपने घर के किचन में खाना बना रही थी तभी फरियादी को जोर से फटाखे जैसी आवाज दो बार सुनाई दी। आवाज को सुनकर फरियादी दोड़कर बाहर आया तो उसकी पत्नी नर्मदा घर के पिछे वाले दरवाजे के पास सिढ़ियो पर पड़ी थी और उसकी पीठ व बॉए तरफ कंधे पर खुन निकल रहा था। इतने में एक लड़का हाथ में 32 बोर पिस्टल लिए भागते हुए दिखाई दिया।फरियादी के द्वारा आरोपी को पिछे से देखने के कारण उसको पहचाना नहीं जा सका।आरोपी नाले से भागता हुआ दिखाई दिया,उसके बाद वह गायब हो गया।फरियादी अपनी घायल पत्नी नर्मदा को लेकर पेटलावद अस्पताल पंहुचा किन्तु उसको बचाया नहीं जा सका। जिस पर थाना पेटलावद में मर्ग कायमी उपरांत अपराध क्रं. 352/2021 धारा 302 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया।हत्या के खुलासे के लिये टीमों का गठन अज्ञात बदमाश द्वारा गोलीबारी कर महिला की हत्या करने जैसी सनसनीखेज घटना को देखते हुए पुलिस अधीक्षक झाबुआ आशुतोष गुप्ता द्वारा संपूर्ण घटना को गंभीरता से लेते हुए अति.पुलिस अधीक्षक आनंद सिंह वास्कले के नेतृत्व में टीमें बनाकर संपूर्ण घटनाक्रम के खुलासे की जिम्मेदारी दी गई।एफएसएल टीम,फिंगर प्रिंट टीम एवं टेक्निकल टीम को घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण कर साक्ष्य एकत्रित करने हेतु भेजा गया।एसडीओपी पेटलावद सुश्री सोनु डावर एवं थाना प्रभारी पेटलावद के नेतृत्व में घटनास्थल के आसपास के लोगों से पूछताछ करने व घटनास्थल की ओर आने वाले सभी मार्गो को चेक कर सीसीटीवी फुटेज देखने हेतु लगाया गया।चौकी प्रभारी बामनिया के नेतृत्व में एक टीम को अज्ञात आरोपी की पहचान हेतु लगाया गया।साथ ही गोपनीय रूप से आसूचना संकलन के लिए तीन टीम को गोपनीय सूचनाए एकत्रीत करने हेतु लगाया गया।घटना का खुलासा सभी टीमों द्वारा इस घटना की हर पहलु से जांच पड़ताल की जा रही थी तो यह पता चला कि यह घटना लूट के उद्धेश्य से नहीं की गई है। तभी आसूचना संकलन की टीम द्वारा एक महत्वपूर्ण सुचना दी कि मृतिका नर्मदा की भुआ की लड़की राखी से मृतिका के बड़े बेटे रवि उर्फ लल्ला पिता चंदु कहार ने शादी कर ली,जिस कारण मृतिका नर्मदा द्वारा बड़े बेटे रवि व राखी को घर में नहीं आने देती थी व रवि द्वारा रूपये-पैसे मांगने पर नहीं देती थी। उसकी माँ नर्मदा मकान में हिस्सा नहीं दे रही थी व 8-10 दिन पहले भी उसकी माँ से इस बात को लेकर झगड़ा हुआ था। आसूचना संकलन की दूसरी टीम ने पता लगाया कि मृतिका नर्मदा कुछ दिन पहले बाजार में घुम रहीं थी तब बहु राखी वहां पर मिली थी, तब उसने मृतिका को जान से मारने की धमकी दी थी।मृतिका नर्मदा के अंतिम संस्कार में भी बड़ा बेटा रवि व पत्नी राखी नहीं आई।तभी पुलिस की शक की सुई एक ही तरफ जाकर टीकी। जिस पर पुलिस टीम द्वारा पिथमपुर में दबिश देकर मृतिका के बेट रवि व बहु राखी को पकड़ा।पुछताछ करने पर बताया कि रवि और राखी ने जमीन-जायदात में हिस्सा नहीं देने की बात को लेकर उसके साले हेमराज को बताया तो हेमराज,रवि व राखी ने मिलकर नर्मदा की हत्या करने की योजना बनाई।साथ ही साथ पुलिस को एक ओर अहम जानकारी प्राप्त हुई कि रवि के साले हेमराज का एक व्हाट्सएप स्टेटस भी प्राप्त हुआ जिसमें लिखा था कि “अब होगा मौत का तांडव”जो कि हत्या करने के कुछ ही समय पहले डाला गया था।हर तरीके से यह जानकारी पुख्ता हो गई कि बेटे,बहु और हेमराज के साथ मिलकर इस सनसनीखेज घटना को अंजाम दिया गया।जानकारी पुख्ता होने पर पुलिस टीम द्वारा हेमराज के घर ग्राम अमझेरा जिला धार पर दबिश दी गई तो वह वहां नहीं मिला।पुछताछ करने पर हेमराज मंगलवार की सुबह से ही घर से कहीं निकला था। पुलिस द्वारा हेमराज को पकड़ने हेतु धार, दाहोद(गुजरात),गोदरा(गुजरात)में दबिश दी गई।परन्तु वह वहां भी नहीं मिला।आज गुरुवार को विश्वसनीय मुखबीर द्वारा सुचना मिली कि हेमराज ग्राम अमझेरा तरफ तालाब के किनारे छिपा हुआ है, उक्त सुचना पर त्वरित कार्यवाही करते हुए पुलिस टीम द्वारा दबिश देकर घेराबंदी कर बड़ी ही सुझबुझ से हेमराज को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।थाना लाकर सख्ती से पुछताछ करने पर हेमराज द्वारा सारा राज उगल दिया। उसने बताया कि वह अपनी TVS मोटर सायकिल क्रं. MP-09 NK-3603 से दिनांक 08.06.2021 की सुबह तारखेड़ी-पेटलावद होते हुए बामनिया आया व मृतिका नर्मदा के घर के बाहर पहुंचा तो घर का शटर लगा हुआ था।फिर बामनिया रेल्वे ब्रीज की तरफ जाकर अपनी मोटर सायकिल ब्रीज के निचे खड़ी की व फिर से मृतिका नर्मदा के घर, पिछे वाली गली से गया,जहां पर घर का पिछे वाला दरवाजा खुला था।घर में घुसा तो नर्मदा किचन में खाना बना रही थी तभी हेमराज को देखते ही मृतिका नर्मदा बाहर कि ओर भागने लगी। हेमराज जो कि पहले से ही उसको मौत के घाट उतारने की योजना बनाकर आया हुआ था।उसने फायर किया तो उसकी पीठ पर गोली लग गई। जब मृतिका बाहर गिर गई तब सामने से खड़े होकर पास से कंधे पर गोली मारी।नाले के पास से होकर वहां से भागकर आरोपी हेमराज ने ब्रीज के निचे रखी अपनी मोटर सायकिल उठाकर रेल्वे ट्रेक के कच्चे रास्ते से होते हुए खवासा तरफ से दाहोद भाग गया। वहा से बुधवार को पिटोल-फुलमाल-झाबुआ होते हुए राजगढ़ पहुंचा। वहां से ग्राम भोपावर होते हुए ग्राम अमझेरा तालाब किनारे गया। गुरुवार को पुलिस द्वारा आरोपी हेमराज को पकड़ने में सफलता प्राप्त की।आरोपी हेमराज द्वारा जिस हथियार का उपयोग हत्या करने पर किया गया, उसे उसकी निशादेही पर उसके घर से जप्त किया गया। हेमराज द्वारा हत्या करने के बाद रवि को फोन पर बताया कि तुम्हारा काम कर दिया है।गिरफ्तार आरोपियों हरिओम उर्फ हेमराज पिता नारायण केवट उम्र 25 वर्ष निवासी भोई मोहल्ला ग्राम अमझेरा जिला धार,रवि उर्फ लल्ला पिता चंदु कहार उम्र 21 वर्ष निवासी राम मंदिर मोहल्ला बामनिया,राखी पति रवि कहार उम्र 20 वर्ष निवासी भोई मोहल्ला ग्राम अमझेरा हाल निवास बामनिया सराहनीय कार्य में योगदान संपुर्ण घटनाक्रम का खुलासा करने में एसडीओपी पेटलावद सुश्री सोनु डावर, थाना प्रभारी पेटलावद निरी. संजय रावत, चौकी प्रभारी बामनिया उनि नरेश निनामा,उनि अशोक बघेल,उनि रामसिंह चौहान,सउनि राजेन्द्र शर्मा,प्रआर सुनिल,प्रआर.चंद्रपाल,आर. रूपेश,आर. दंगल, मआर.कस्तुरी,रामप्रसाद, विरेन्द्र सिंह, एवं आर. 98 मंगलेश पाटीदार,आर.552 महेश प्रजापति, आर. 573 संदीप बघेल का सराहनीय योगदान रहा।उक्त सराहनीय कार्य पर पुलिस टीम को पुलिस अधीक्षक झाबुआ द्वारा पुरूस्कृत करने की घोषणा की।



रहें हर खबर से अपडेट अरण्यपथ न्यूज़ के साथ

ख़बर पर आपकी राय