न्यायालय में पदस्थ कोर्ट मोहरिर की व्यवसायिक कौशल संवर्धन पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई


डॉ.उमेशचंद्र शर्मा(प्रधान संपादक)
निरंजन भारद्वाज(संपादक)



आपराधिक न्याय प्रणाली की सबसे मजबूत कड़ी कोर्ट मोहरिर

उज्जैन~[अरण्यपथ न्यूज़ नेटवर्क म.प्र/छ.ग]~ संचालक महानिदेशक लोक अभियोजन म.प्र अन्वेष मंगलम के निर्देशन में पुलिस कंट्रोल रूम उज्जैन में,न्यायालय मे पदस्थ कोर्ट मोहरिर की व्यवसायिक कौशल  संवर्धन पर एक दिवसीय कार्यशाला जिला अभियोजन उज्जैन की ओर से आयोजित की गई।उप-पुलिस महा निरीक्षक रेंज उज्जैन अनिल सिंह कुशवाह के मुख्य अतिथि के रूप में मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्वलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता डॉ. साकेत व्यास उप-संचालक अभियोजन द्वारा की गई। स्वागत भाषण एवं कार्यशाला की रूपरेखा  राजकुमार नेमा, जिला लोक अभियोजन अधिकारी द्वारा रखी गई।मुख्य अतिथि अनिल सिंह कुशवाह द्वारा कोर्ट मोहरिर को आपराधिक न्याय प्रणाली की एक महत्वपूर्ण कड़ी बताया है न्यायालय में विचारणीय महत्वपूर्ण एवं गंभीर प्रकरणों में कैसे कार्य करना है इस पर अपने विचार रखे। कार्यशाला में संमस/ वारंट तामिली पर अरविंद कुमार तिवारी द्वारा व्याख्यान,व्यवसायिक कौशल संवर्धन पर विजय कुमार सुखवानी द्वारा व्याख्यान दिया गया।फिंगरप्रिंट की जानकारी व फिंगर लेने की प्रक्रिया के संबंध में पवन वर्मा उप-निरीक्षक के द्वारा  व्याख्यान दिया गया एवं नितेश कृष्णन एडीपीओ द्वारा कोर्ट मोहरिर के कर्तव्य एवं गवाहों को साक्षी सहायता केंद्र तक पहुंचाने पर व्याख्यान दिए गए।कार्यशाला में जिला उज्जैन के समस्त न्यायालयों के कोर्ट मोहरिर  उपस्थित रहे एवं कार्यशाला का संचालन नितेश कृष्णन एडीपीओ द्वारा एवं आयोजन अधिकारीगण  महेश चंद्रावत एवं प्रशांत त्रिवेदी एडीपीओ उपस्थित रहे एवं कार्यक्रम के अंत में आभार मुकेश कुमार कुन्हारे एडीपीओ द्वारा दिया गयाा।
      
                                               

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