महादेव की अदालत में ना नाम चलता है ना धन सिर्फ प्रार्थना चलती है- आचार्य जैमिन शुक्ल


डॉ.उमेशचंद्र शर्मा(प्रधान संपादक)
निरंजन भारद्वाज(संपादक)



महादेव की अदालत में ना नाम चलता है ना धन सिर्फ प्रार्थना चलती है- आचार्य जैमिन शुक्ल 

थांदला/मध्यप्रदेश।पवित्र अधिक श्रावण मास के पावन पर्व सवारिया सेठ मंदिर पर चल रही शिव पुराण कथा मे आचार्य जैमिन शुक्ल द्वारा आज छठवें दिवस की कथा मे शिव पार्वती विवाह के पश्चात जब हिमवान एवं मेना तथा समग्र हिमालय वासी द्वारा जब पार्वती की विदाय हो रही थी तब एक ब्राह्मण पत्नी द्वारा पार्वती को पति व्रता धर्म का उपदेश दिया आज की कथा मे आचार्य जी ने उस पति व्रता धर्म का निरूपण करते हुए पति व्रता स्त्री के महिमा का वर्णन किया तथा शिवजी के पुत्र कार्तिक के द्वारा तारकासुर के वध की कथा भी सुने कार्तिकेय एवं तारकासुर युद्ध का वर्णन किया कथा के चलते आचार्य जैमिन शुक्ला ने गणपति की उत्पत्ति की कथा सुनाई ना भगवान गणेश द्वारा माता पिता को अपनी सृष्टि मानकर माता-पिता की प्रदक्षिणा करी उसके चलते देवताओं द्वारा गणपति की स्तुति एवं गणपति के प्रथम पूजनीय बनने की कथा एवं अन्य कथाए अभी आचार्य जी ने कहीं अनेक शास्त्रों के पुराने के उदाहरण द्वारा कथा का वर्णन किया कथा का रसपान कराया शिव पुराण कथा में छठवें दिवस के उपलक्ष में आज नगर परिषद के अध्यक्ष पति सुनील पंडंदा पार्षद समर्थ उपाध्याय,कन्नू मोरिया,जितेन राठौर,जगदीश प्रजापत,सचिन सोलंकी द्वारा आचार्य जी का शाल श्रीफल भेट कर स्वागत सम्मान किया मनीराम बृजवासी,कपिल पाठक,आरती का लाभ लिया समाज के वरिष्ठ जन उपस्थित थे।

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